Wednesday, 27 November 2019

नारी हूँ मैं


नारी हूँ मैं

नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं
कभी सिसकती , कभी तड़पती हूँ मैं
बंधनों में रहकर भी संवरती हूँ मैं
नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं

कभी घर के आँगन का चाँद हो जाती हूँ मैं
कभी मर्यादाओं में रहकर भी संवरती हूँ मैं
नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं

कभी किसी कविता का विषय हो निखाती हूँ मैं
और कभी जिन्दगी की ग़ज़ल बन संवरती हूँ मैं
नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं

क्यूं करूं खुद को व्यथित मैं
कभी माँ , कभी बहन बनकर निखरती हूँ मैं
नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं

कभी चाँद बनकर घर को रोशन करती हूँ मैं
कभी बाहों का आलिंगन हो संवरती हूँ मैं
नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं

क्यूं कर घूरती हैं निगाहें मुझको
सजती हूँ, संवरती हूँ , खुद से मुहब्बत करती हूँ मैं
नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं

मातृत्व की छाँव तले खुद को पूर्ण करती हूँ मैं
कभी वात्सल्य की पुण्यमूर्ति हो जाती हूँ
कभी मातृत्व के स्पर्श से
खुद को अभिभूत करती हूँ मैं
नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं

कभी देवी कह पूजी जाती हूँ मैं
कभी क़दमों तले रौंदी जाती हूँ मैं
कभी नारी के एहसास से गर्वित हो जाती हूँ मैं
कभी पुरुषों के दंभ का शिकार हो जाती हूँ मैं
नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं

जन्म लेती हूँ , घर में लक्ष्मी होकर
बाद में बोझ हो जाती हूँ मैं
नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं

ताउम्र सहेजती हूँ रिश्तों को मैं
पल भर में परायी हो जाती हूँ मैं
नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं

कभी जीती हूँ पायल की छन – छन के साथ
कभी “निर्भया” बन बिखर जाती हूँ मैं
नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं

कभी मेरी एक मुस्कान पर दुनिया फ़िदा हो जाती है
कभी यही मुस्कान जिन्दगी की कसक बन जाती है
कभी संवरती हूँ, सजती हूँ, कभी बिखरती हूँ
 नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं

कभी लक्ष्मी बाई , दुर्गावती हो पूजी जाती हूँ मैं
कभी आसमां की सैर कर कल्पना, सुनीता हो जाती हूँ मैं
नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं

कभी दहेज़ की आंच में तपती हूँ
कभी सती प्रथा का शिकार हो जाती हूँ मैं
नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं

कभी इंदिरा बन संवरती हूँ
 कभी प्रतिभा की तरह रोशन हो जाती हूँ मैं
नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं

कभी अपनों के बीच खुद को अजनबी सा पाती हूँ मैं
कभी सुनसान राह पर लुटती हूँ, कभी घर के भीतर ही नोची जाती हूँ मैं
नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं

मेरा तन मेरे अस्तित्व पर पड़ता है भारी
मेरा होना मेरे जीवन के लिए हो रहा चिंगारी
क्या कर उस परम तत्व ने रचा मुझको
क्यों कर “निर्भया” कर दिया लोगों ने मुझको
क्यूं कर नहीं स्वीकारते मेरे अस्तित्व को
क्यूं नहीं नसीब होती खुले आसमां की छाँव मुझको
क्यूँ कर मुझसे मुहब्बत नहीं है उनको
क्यूंकि नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं , नारी हूँ मैं

मंजिल तुम्हारे प्रयासों का पर्याय हो जाए


मंजिल तुम्हारे प्रयासों का पर्याय हो जाए

मंजिल तुम्हारे प्रयासों का पर्याय हो जाए
आसमां तुम्हारा है, उड़ान भरकर देखो

ग़मों के उस पार, खुशियों से भरा एक आसमां भी है
प्रयासों का समंदर तुम्हारा है , सपने साकार कर देखो

विरासत में सभी को खुला आसमां नसीब नहीं होता
समंदर की लहरों को अपनी मंजिल की पतवार बनाकर देखो

क्यों कर करें दूसरों के विचारों को अपनी धरोहर
खुद के विचारों से दूसरों को रोशन कर देखो

लिख दो तुम भी एक नई इबारत इस जहां में
हो सके तो अपनी कलम को दूसरों के ग़मों के समंदर में डुबोकर देखो

क्यूं कर गोते लगा रहे हो कुविचारों के समंदर में
हो सके तो सद्विचारों की पावन गंगा बहाकर देखो

क्यूं कर दूसरों के गम में खुद को शामिल नहीं करते
हो सके तो कुछ फूलों से दूसरों का गुलशन सजाकर देखो

क्यूं कर हम  किसी की सिसकती साँसों का मरहम नहीं होते
हो सके तो सिसकते अधरों पर मुस्कान लाकर देखो

क्यूं कर खुद की ही दुनिया में हो गए इतना मशगूल
हो सके तो किसी के गम को खुशियों से सजाकर देखो

क्यूं कर इंसानियत की राह से मोड़ लिया है मुंह तुमने
हो सके तो किसी की सूनी जिन्दगी में खुशियों का सेहरा सजाकर देखो

देशप्रेम का गाते हैं वो गीत (व्यंग्य)


देशप्रेम का गाते हैं वो गीत
(व्यंग्य)

देशप्रेम का गाते हैं वो गीत
केवल पैसे से है उनको प्रीत
देते हैं नारा भाईचारे का
जनता को बना देते हैं बेचारे सा
बड़े  - बड़े वादों में ये मशगूल
जनता को बेवकूफ बनाना इनका शगल
घोटालों से रहा इनका नाता
कोई भी शरीफ व्यक्ति इन्हें नहीं भाता
इनकी चालों का है अजब मायाजाल
कुर्सी पाते ही हो जाते हैं निहाल
इनका अपना कोई धर्म नहीं
भाता इनको पराया धर्म नहीं
राष्ट्रवाद का लगाते हैं ये नारा
देशप्रेम से इनका नहीं कोई नाता
इन्हें रहती है केवल अपनी चिंता
तैयार करते है ये अपने दुश्मनों की चिता
इन्हें अपनी राजनीतिक रोटियाँ सकने से है मतलब
इन्हें जनता की परेशानियों से क्या मतलब
लूटते हैं देश को , जनता को करते हैं गुमराह
हर  - पल , हर – क्षण करते हैं ये गुनाह
ये कैसी राजनीति की माया है
जिसे बेचारा वोटर समझ नहीं पाया है
वोटर जिस दिन कूटिल राजनीति का सत्य समझ जाएगा
अपने वोट से गजब का भूचाल लाएगा
रह जायेगी नेताओं की हर चाल धरी
न रहेंगे नेता और न रहेगी उनकी नेतागिरी
देश में वोटर का परचम लहराएगा
देश विकास की राह पर आ जाएगा
निपट जायेंगे सारे अधूरे काम
दुनिया में होगा हमारे देश का नाम


मेरी प्रियतम


मेरी प्रियतम

मृदुभाषी मेरी प्रियतम तुम
मेरे जीवनसाथी बन आये तुम
कोमल है स्पर्श तुम्हारा
स्वर्ग सा देता आभास
निखरी – निखरी तुम लगती हो
चंचल  चपल सलोनी सी तुम
पाकर रूप सलोना हे कामिनी
नवयौवन की मादकता हो
मन मस्तिस्क में केवल तुम हो
चाल तेरी मतवाली है
वनिता , तुम सहज सुन्दर हो
सौन्दर्य तेरा है अति मनोहर
खूबसूरती का तुम सागर हो
हे प्रियतम हे रमणीका
हे कामिनी हे प्रिय कान्ता
हे प्रिय वामा हे प्रिय रमणी
सुन्दर रूप सुन्दर तेरी काय
मेरे मन मंदिर को भाया
तुम संग हो गई मुझको प्रीत
सबसे सुन्दर तुम हो मीत
तुमसे सारा लागे जग प्यारा
तेरी बाहों का जब मिले सहारा
तुम अति पावन अति सुन्दर
रोशन होता मेरा मन मंदिर
तुम पर हर जन्म मैं वारूँ
तुमको ही अपना प्रियतम मैं पाऊँ
मृदुभाषी मेरी प्रियतम तुम
मेरे जीवनसाथी बन आये तुम
कोमल है स्पर्श तुम्हारा
स्वर्ग सा देता आभास


भीगो प्यार के रंग में


भीगो प्यार के रंग में

भीगो प्यार के रंग में
आई रे आई , होली आई रे
रंग गुलाल लगें सबको प्यारे
मनभावन त्यौहार हमारे
होली में भीगें तन सारे
कहीं पिचकारी की तान
कहीं रंगीले गुब्बारों की शान
काहिल गुलाबी गाल , तो कहीं
मतवालों की चाल
भीग रहे रंगों में बचपन
झूम रहे हैं सबके तन  - मन
रंगों का पावन त्यौहार हमारा
रंगीला लगता जग सारा
मस्ती में झूमें मतवाले
बच्चे, बूढ़े और जवान
सुन्दर नार
उस पर रंगों की बौछार
खूबसूरती में चार चाँद सजाते
भीगे तन – मन , भीगे जन  - जन
रंगों का यह त्यौहार निराला
गुलाल की बरसात अनोखी
जीवन उल्लास बरसाते
रंगों संग मिष्ठानों की मिठास
कहीं गुजियों , कहीं दहीबड़ों की आस
छोड़ दुशमनी का राग
भीगें प्यार के रंग में सब
चलो रंगों का संसार सजाएं
आओ मिल संग होली मनाएं
 भीगो प्यार के रंग में
आई रे आई , होली आई रे

Thursday, 17 October 2019

स्काउट गाइड सन्देश पत्र - अक्टूबर 2018 से मार्च 2019 - द्वारा - अनिल कुमार गुप्ता, स्काउट मास्टर - के वी सुबाथू

Library Newsletter of KV Subathu from October 2018 to March 2019 - designed by A K Gupta, Librarian KV Subathu

Kendriya Vidyalaya Subathu Newsletter - 2018-19

KV Subathu - Glimpses of faculty of English & CCA - a newsletter 2018-19

हमारे आज के नेता - व्यंग्य - द्वारा - अनिल कुमार गुप्ता

Sunday, 7 July 2019

I love - a poem by Anil Kumar Gupta, Librarian KV Subathu


I love

I love every moment of my life
I love talking to a new baby plant

I love talking to flowers, their colour, and appearance with scent
I love talking to new born leaves, their softness

I love talking to herbs & shrubs
I love feeling the touch of branch of an old tree

I love feeling of softy touch of an infant baby
I love watching the hill side with greenery everywhere

I love feeling the touch of a baby of an animal
 I love picking & keeping aside the stone lying in the middle of the road

I love filling the sad eyes with smile
I love respecting the elders to get blessings

I like colourful kites fly high in the sky
I love everything which create positive in me

Friday, 22 March 2019

किस तरह से आप स्वयं को बहुमुखी प्रतिभा का धनी बनाएं ? ( 30 उपाय ) - द्वारा - अनिल कुमार गुप्ता पुस्तकालय अध्यक्ष एम् कॉम , एम् ए ( अर्थशास्त्र ) मास्टर इन लाइब्रेरी एंड इनफार्मेशन साइंस , एम् ए ( अंग्रेजी साहित्य ) , डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस ( क्षेत्रीय प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित ) केंद्रीय विद्यालय संगठन




किस तरह से आप स्वयं को बहुमुखी प्रतिभा का धनी बनाएं ?
( 30 उपाय )


द्वारा



अनिल कुमार गुप्ता
पुस्तकालय अध्यक्ष
एम् कॉम , एम् ए ( अर्थशास्त्र ) मास्टर इन लाइब्रेरी एंड इनफार्मेशन साइंस ,
एम् ए ( अंग्रेजी साहित्य ) , डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस
( क्षेत्रीय प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित )
केंद्रीय विद्यालय संगठन
जीवन में सफलता और असफलता के दौर से प्रायः हर एक आदमी को गुजरना पड़ता है | अंतर केवल इतना है कि कुछ लोग न चाहकर भी बार  - बार असफल होते हैं और अन्य , कुछ प्रयासों के बाद ही स्वयं को समाज में स्थापित करने में सफल हो जाते हैं चाहे वह नौकरी का मसला हो , राजनीति हो, आर्थिक जगत हो , सामाजिक जगत हो, या फिर खेलकूद आदि | जैसा कि हम सभी जानते हैं “अभ्यास ही मनुष्य को पूर्ण सक्षम बनाता है “ इसे हम अंग्रेजी में कहते हैं practice makes a man perfect” किन्तु इस विचार में थोड़ा सा परिवर्तन जरूरी है वह यह कि proper and continues practice makes a man perfect” जिसे हम हिंदी में कह सकते है “सुनियोजित एवं सतत अभ्यास ही मनुष्य को पूर्ण बनाता है “ ये तो बात हुई अभ्यास या प्रयास या फिर कहें कोशिश करने की |
                        इस लेख का मुख्य उद्देश्य आपको यह बताना है कि आप किस तरह से प्रयासों से स्वयं को महुमुखी प्रतिभा का धनी बना सकते हैं | चाणक्य ने सही कहा था “ उस कार्य में समय एवं ऊर्जा दोनों व्यर्थ न करो जिसका आपने जीवन में कोई सकारात्मक लाभ नहीं “ अर्थात ऐसे प्रयास करो जो आपको आपकी मंजिल की ओर अग्रसर कर सके |
                             आइये जानें कि किन  - किन प्रयासों को आप अपने जीवन का विशेष अंग बनाकर स्वयं को बहुमुखी प्रतिभा का धनि बना सकते हैं और स्वयं को अपनी आशाओं के अनुरूप समाज में स्थापित कर सकते हैं | ये प्रयास कुछ इस तरह से हैं :-
1.    अपने आसपास स्वयं के संसाधनों का एक ऐसा संसार सजाओ ताकि आवश्यकता पड़ने पर बिना समय व्यर्थ किये आप उसका पूरा – पूरा उपयोग एवं लाभ ले सकें | जैसे पुस्तकें, पत्रिकाएं, शब्दकोष, विश्वकोष, कंप्यूटर, इन्टरनेट, मोबाइल एवं ऐसे दोस्त और विषय – विशेषज्ञ एवं सलाहकार जो आपके प्रयासों का हिस्सा बन आपको आपके प्रयास में सफल होने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें |
2.    अपने दैनिक जीवन में समय – सारणी का उपयोग अवश्य करें और उसी के अनुरूप अपनी दैनिक क्रियाओं एवं कार्यकलापों को सम्पन्न करें जैसे प्रातः उठ योगा करना, प्रातः भ्रमण पर जाना, समाचार पत्र पढ़ना , समय पर कॉलेज या स्कूल जाना, विषयानुसार एवं सुविधानुसार एवं आवश्यकतानुसार अध्ययन करना, टी वी के लिए समय निकालना ताकि आप मनोरंजन भी कर सकें , सामाजिक कार्यों के लिए समय निकालना आदि  - आदि |
3.    स्पेस लर्निंग के लिए घर पर कुछ ऐसे संसाधन एकत्र करना जो तुम्हें समय – समय पर रिफ्रेश कर सकें जैसे पढ़ाई से हटकर कुछ अच्छी किताबों का संकलन – ग्रेट पर्सनालिटी , सफल व्यक्तित्व, धार्मिक ग्रन्थ, जीवन कला एवं शैली पर किताबें आदि  - आदि | इसके साथ आप खेलकूद का सामान जसी बैडमिंटन , कैरम , चेस आदि की व्यवस्था भी कर सकते हैं | बजाय मोबाइल या कंप्यूटर पर गेम्स खेलकर समय व्यर्थ करना |
4.    इन्टरनेट सर्फिंग भी एक अच्छा option हो सकता है किन्तु इस बात का ध्यान रखा जाए की आप केवल उन्हीं विषयों पर अपनी सर्च करें जो आपकी पढ़ाई से सम्बंधित हो | specific search के लिए आप internet search के proper ways के बारे में study अवश्य करें ताकि अनावश्यक contents में आपका समय व्यर्थ न हो |
5.    Language command के लिए विषय पढ़ाई से हटकर language पर आधारित speaking कोर्स की पुस्तकें पढ़ें | हो सके तो एक या दो वीडियो भी आप youtube पर देख व सुन सकते हैं इससे आपको शब्दों के सही उपयोग एवं उच्चारण की सही – सही जानकारी प्राप्त होती रहेगी | और आप बोलते समय गलती नहीं करेंगे तथा आपका आत्मविश्वास भी मजबूत होगा |
6.    Motivational videos का एक कलेक्शन आप अपने पास अवश्य रखें और समय – समय पर इन्हें देखकर आप स्वयं को प्रेरित कर सकते हैं ऐसा करने से आप अपने उद्देश्य पर focus कर पायेंगे |
7.    Personality development पर किताबें अवश्य पढ़ें और इन्हें अपनी जिन्दगी का अहम् हिस्सा बनाएं और स्वयं को उर्जावान बनाकर समाज में स्वयं को स्थापित करें |
8.    Success से सम्बंधित पुस्तकें या videos का एक संग्रह अवश्य बनाएं और इनका उपयोग अपनी कोशिशों के दौरान करें | इससे आपको प्रेरणा मिलेगी |
9.    Management से सम्बंधित contents का अध्ययन अवश्य करें | यह आपको किसी भी टारगेट को पूरा करने में आपको दिशा प्रदान करेगा |
10.                       आर्ट ऑफ़ लिविंग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं | यह आपको समाज में एक विशिष्ट चरित्र के रूप में स्थापित करने में आपकी सहायता करेगा |
11.                       गाइडेंस एवं काउन्सलिंग पर जानकारी प्राप्त करते रहें | यह आपको स्वयं को और दूसरों को प्रेरित करने के लिए important tool साबित होगा |
12.                       How to overcome fear and stress से सम्बंधित कंटेंट को study अवश्य करें ताकि आप stress free होकर अपने कार्य पूर्ण कर सफलता हासिल कर सकें |
13.                       अपने किसी भी task को पूरा करने हेतु आपकी सकारात्मक सोच आपको सही दिशा दिखा सकती है |
14.                       आप हमेशा आत्मविश्वास से लबरेज रहें | किसी भी परिस्थिति में आप अपना धैर्य न खोएं | स्वयं पर विश्वास रखें | आपका आत्मविश्वास आपकी सबसे बड़ी धरोहर है इसे संभाल कर रखें |
15.                       स्वयं को gathering में बेहतर तरीके से present करें | स्वयं को present करने के लिए expert की राय अवश्य लें |
16.                       Mother language , English language के साथ  - साथ एक और भाषा को अपने जीवन का अहम् हिस्सा बनाएं | यदि आप एक अच्छा वक्ता बनना चाहते हैं तो हिंदी , अंग्रेजी के अलावा एक और भाषा का ज्ञान प्राप्त कर आपऊचाइयों को छू सकते हैं |
17.                       Short term courses अवश्य करें | जो कि evening classes के माध्यम से पूरे किये जा सकते हैं | जैसे language course , स्पोकन इंग्लिश course, गाइडेंस एवं काउन्सलिंग , मैनेजमेंट courses , कंप्यूटर course etc. अपनी पढ़ाई के साथ – साथ  और भी आवश्यक courses आपकी कार्यक्षमता में वृद्धि कर सकते हैं |
18.                       अपना व्यक्तित्व एकदम साफ़ सुथरा आईने की तरह बनाएं | किसी प्रकार का छल या shortcut को अपने जीवन का हिस्सा न बनाएं |
19.                       Secrets ऑफ़ Ideal Children विषयों पर पुस्तकें बाज़ार में उपलब्ध हैं इन्हें पढ़कर आप खुद को एक सही दिशा की ओर अग्रसर कर सकते हैं |
20.                       मनुष्य की सबसे बड़ी धरोहर है स्वास्थ्य | यदि शरीर स्वस्थ है तो दुनिया स्वर्ग है अन्यथा सब कुछ व्यर्थ नज़र आने लगता है | इसके लिए आपको अपने दैनिक जीवन का एक proper food एंड exercise routine chart अवश्य ही तैयार करना होगा | ताकि आप स्वस्थ रह सकें | समय  - समय पर routine checkup कराकर भी आप अपने शरीर को अपनी धरोहर बना सकते हैं |
21.                       यदि पढ़ाई के दौरान आपको workshops , seminar, स्टेज परफॉरमेंस या debate आदि में भाग लेने का सुअवसर प्राप्त हो तो इसे अपने जीवन का अमूल्य क्षण समझकर इसमें पूरी सिद्दत के साथ भाग लें |
22.                       आजकल पढ़ाई के साथ – साथ अन्य विषयों पर जानकारी के लिए youtube एक सबसे बेहतर साधन के रूप उपयोग किया जा रहा है | यदि आप पढ़ाई  को और भी रुचिकर बनाना चाहते हैं तो किसी कंटेंट विशेष को youtube पर video के माध्यम से सुन और देखकर भी अपनी जानकारी बढ़ा सकते हैं |
23.                       संगीत जीवन को आनंद से परिपूर्ण कर देता है विशेष कर वह संगीत जो आपके कानों में नहीं बल्कि आपकी आत्मा में रस घोल दे | ऐसे संगीत का एक अच्छा सा एल्बम अपने पास रखें और पढ़ाई के दौरान या स्पेस लर्निंग के समय आप बीच – बीच में संगीत का आनंद उठाते हुए अपनी study को enjoy भी कर सकते हैं |
24.                       Positive thoughts का एक अच्छा सा collection अवश्य रखें | समय निकालकर इनको भी पढ़ें | ये संग्रह आपको हमेशा प्रेरित करता रहेगा |
25.                       अपनी पढ़ाई से सम्बंधित contents पर आधारित open web resources का एक अच्छा सा संकलन बनाकर रखें और समय पड़ने पर इनका उपयोग करें |
26.                       Educational website (open) का भी एक अच्छा सा संग्रह तैयार रखें ताकि पुस्तक में content न मिलने पर इन websites का उपयोग करें |
27.                       Blogs का भी आप एक अच्छा संग्रह या सूची बना सकते हैं और अपनी आवश्यकता की जानकारी किसी भी समय बिना समय नष्ट किये प्राप्त कर सकते हैं |
28.                       जीवन में आगे बढ़ने के लिए स्वयं को ही इतना समर्थ बनाए कि दूसरों की मदद की आवश्यकता न पड़े इसके लिए observation की प्रोसेस को आपको बहुत strong बनाना होगा “Observation is the key to success”.
29.                       अपने खुद के videos बनाकर youtube पर भी आप अपलोड कर सकते है और ये जानने का प्रयास करें कि दुनिया आपके बारे में क्या सोचती है | और आप अपने आपको किस जगह पाते हैं |
30.                       लेख पढ़ने की आदत डालें इससे आपको अपने विषय की जानकारी के साथ लेखन में भी रूचि जागृत करने में मदद मिल सकती है |
   
मुझे उम्मीद है कि उपरोक्त जानकारी आपके जीवन में कहीं न कहीं किसी न किसी रूप में अवश्य ही विशेष स्थान बनाने में कामयाब होगी और आप अपने जीवन को अवश्य ही दिशा दे पायेंगे |